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एफआईपी ने DGCA से की गुजारिश, सारे बोइंग-787 की बिजली प्रणाली की हो गहन जांच



पायलटों के संगठन ‘द फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स’ (FIP) ने रविवार (05 अक्टूबर, 2025) को विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए से देश में सभी बोइंग 787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जांच करने का आग्रह किया.

संगठन ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को एक पत्र लिखा है, जिसके एक दिन पहले ही एअर इंडिया की ओर से अमृतसर से बर्मिंघम के लिए संचालित बोइंग 787 विमान में उस समय आपातकालीन ‘टर्बाइन पावर’ की सक्रियता देखी गई थी, जब वह ब्रिटेन के शहर में उतरने वाला था.

दोनों इंजन फेल होने पर RAT अपने आप सक्रिय

टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘अमृतसर-बर्मिंघम उड़ान के परिचालन दल ने बताया कि बोइंग 787 का ‘रैम एयर टर्बाइन’ (RAT) चार अक्टूबर को अप्रत्याशित रूप से सक्रिय हो गया, लेकिन विमान सुरक्षित रूप से उतर गया.’

RAT दोनों इंजनों के काम करना बंद करने या पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक या हाइड्रोलिक विफलता की स्थिति में अपने आप सक्रिय हो जाता है. यह आपातकालीन ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए हवा की गति का उपयोग करता है. FIP के अध्यक्ष जी एस रंधावा ने DGCA को लिखे पत्र में कहा कि एअर इंडिया विमान दुर्घटना में विमान स्वास्थ्य निगरानी (AHM) ने ‘बस पावर कंट्रोल यूनिट’ (BPCU) में खराबी पाई, जिसके कारण RAT स्वचालित रूप से चालू हो गया होगा.

बोइंग-787 विमान दुर्घटना के क्या थे कारण ?

बीपीसीयू विमान की विद्युत शक्ति प्रणाली का एक घटक है. पायलटों के संगठन ने पत्र में कहा, ‘(बर्मिंघम उड़ान) घटना तब हुई जब ‘रैम एयर टर्बाइन’ (RAT) बर्मिंघम में प्रवेश करते समय 500 फुट पर स्वचालित रूप से सक्रिय हो गया. विमान स्थिति निगरानी (AHM) ने बीपीसीयू में खराबी का पता लगाया है.’

इस साल जून में एअर इंडिया बोइंग 787 विमान दुर्घटना के कई संभावित कारणों में इंजन या हाइड्रोलिक/इलेक्ट्रिकल विफलता या सॉफ्टवेयर की खराबी को भी शामिल किया जा रहा है. पत्र में कहा गया, ‘B-787 विमानों में कई दुर्घटनाएं हुई हैं. हमने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) के समक्ष देश के सभी B-787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जांच करने का मुद्दा उठाया है.’

AAIB कर रहा विमान हादसे की जांच

एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को लंदन गैटविक के लिए AI-171 संख्या वाली उड़ान के तहत जा रहा था. अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 241 लोगों सहित 260 लोग मारे गए.

इस दुर्घटना की जांच AAIB कर रहा है. इसने इस साल जुलाई में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा था कि बोइंग 787-8 विमान के इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच, उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही बंद हो गए थे. AAIB के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया और दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया.

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