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ओडिशा: कटक में मूर्ति विसर्जन के दौरान बवाल, इंटरनेट सस्पेंड, VHP का 12 घंटे बंद का आह्वान



दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने के एक दिन बाद रविवार (5 अक्टूबर, 2025) को ओडिशा के कटक शहर में तनाव बना रहा. इस बीच ओडिशा सरकार ने रविवार (5 अक्टूबर, 2025) को कटक शहर के बड़े हिस्सों में इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को 24 घंटे के लिए सस्पेंड कर दिया.

राज्य के गृह विभाग ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर कहा कि यह फैसला सोशल मीडिया पर उत्तेजना बढ़ाने वाले और भड़काऊ संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए लिया गया है, ताकि सार्वजनिक शांति और व्यवस्था बनी रहे.

कब से कब तक इंटरनेट रहेगा सस्पेंड?

अधिसूचना के अनुसार, यह निलंबन रविवार (5 अक्टूबर, 2025) की शाम 7 बजे से मंगलवार (7 अक्टूबर, 2025) की शाम 7 बजे तक प्रभावी रहेगा. इस दौरान मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसी सभी ऑनलाइन मैसेजिंग सेवाएं पूरी तरह बंद रहेंगी.

विश्व हिंदू परिषद ने बंद का किया आह्वान

वहीं, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार (6 अक्टूबर, 2025) को शहर में 12 घंटे का बंद आहूत किया है. कटक पुलिस ने बताया कि शनिवार (4 अक्टूबर) की देर रात डेढ़ से दो बजे के बीच दाराघाबाजार क्षेत्र में हाथी पोखरी के पास झड़प उस समय हुई, जब विसर्जन यात्रा कथाजोड़ी नदी के तट पर देबीगारा की ओर बढ़ रही थी.

कटक पुलिस ने तनाव को लेकर दी जानकारी

अधिकारियों के अनुसार, हिंसा तब भड़की जब कुछ स्थानीय लोगों ने विसर्जन यात्रा के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने पर आपत्ति जताई. बहस जल्द ही टकराव में बदल गई, जब भीड़ ने विसर्जन यात्रा पर छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे कटक के DCP खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई लोग घायल हो गए.

पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए किया लाठीचार्ज

अधिकारियों के अनुसार स्थिति से निपटने के वास्ते, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया. झड़प के दौरान कई वाहन और सड़क किनारे लगे स्टॉल क्षतिग्रस्त हो गए.

हमले में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूजा समितियों के सदस्यों की ओर से विरोध प्रदर्शन के कारण विसर्जन गतिविधियां लगभग तीन घंटे तक रुकी रहीं. कड़ी सुरक्षा के बीच प्रक्रिया फिर से शुरू हुई और रविवार (5 अक्टूबर) की सुबह 9.30 बजे तक सभी शेष मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया.

मामले में अब तक छह लोगों को किया गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार, अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं. विहिप ने प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थता के लिए डीसीपी और जिला कलेक्टर के तत्काल स्थानांतरण की मांग की. संगठन ने इसके विरोध में सोमवार (6 अक्टूबर) को सुबह से शाम तक बंद का आह्वान किया है.

असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की मांग

विहिप के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘बार-बार अनुरोध के बावजूद अधिकारी शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने में विफल रहे.’ बीजू जनता दल (BJD) ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास के लिए असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया, जबकि मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और अधिकारियों को घायलों को मुफ्त चिकित्सा सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए.

तनाव बढ़ने से रोकने के लिए लागू की निषेधाज्ञा

कटक के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं और आगे तनाव बढ़ने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं.

रिपोर्ट- पीटीआई के इनपुट के साथ

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