ओली हों या देउबा… नेपाल छोड़कर नहीं भाग सकेगा कोई नेता, कार्की सरकार ने कर ली बड़ी तैयारी
नेपाल में अतंरिम सरकार की मुखिया सुशीला कार्की के सामने देश में कानून व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने की चुतौती बरकरार है. GEN-Z की ओर से पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली सहित भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग के बीच सुशीला कार्की ने बड़ा फैसला लिया है.
नेपाल छोड़कर नहीं भाग सकेगा कोई नेता
नेपाल की अंतरिम सरकार केपी शर्मा ओली, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक और अन्य शीर्ष नेताओं के पासपोर्ट निलंबित करने की तैयारी में है. इस लिस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी का नाम भी शामिल है.
सुशीला कार्की ने देश के लोगों को आश्वासन दिया है कि वह नेपाल में कानून का राज स्थापित करेंगी. सुशीला कार्की के लिए छह महीने के भीतर नेपाल में चुनाव कराना भी चुनौती भरा होने वाला है. नेपाल में GEN-Z और उनके नेता केपी ओली सहित भ्रष्ट नेताओं को जेल में डालने की मांग कर रहे हैं.
नेपाल की अंतरिम सरकार को इस समय GEN-Z का पूरा समर्थन मिल रहा है. सुशीला कार्की ने विरोध प्रदर्शन के दौरान GEN-Z पर गोली चलाए जाने के आदेश की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें 72 लोग मारे गए थे.
नेपाल अब बदनाम देश बन गया: केपी शर्मा ओली
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली तख्तापलट के बाद मंगलवार (23 सितंबर 2025) को अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच दिखाई दिए. इस दौरान उन्होंने कहा, “नेपाल की वर्तमान स्थिति और वहां के केंद्रीय प्रशासनिक भवन में हुई आगजनी की घटना पर चिंता व्यक्त की. आगजनी की घटना को उन्होंने घुसपैठियों की साजिश बताया.”
Gen-Z के विरोध प्रदर्शन पर केपी शर्मा ओली ने कहा, “नेपाल अब एक बदनाम देश बन गया है. कई देशों ने हमारे लोगों को वीजा और काम देना बंद कर दिया है, जिससे नेपाल की छवि खराब हो रही है.” नेपाल में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए केपी शर्मा ओली 9 सितंबर को सेना के हेलिकॉप्टर से अपना आधिकारिक पीएम आवास छोड़कर चले गए थे.
ये भी पढ़ें : पाकिस्तान और तुर्की की राह पर बांग्लादेश! यूनुस के नेतृत्व में मुल्क को इस्लामिक बनाने की कोशिशें तेज, टारगेट पर सेना