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‘दैवीय शक्ति ने कहा था…’, CJI गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील का बड़ा बयान



सुप्रीम कोर्ट में वकील राकेश किशोर ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी. राकेश ने इस मामले पर चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात कोई पछतावा नहीं है. राकेश किशोर ने यह भी बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. CJI खजुराहो के एक मंदिर में भगवान विष्णु की टूटी हुई मूर्ति की बहाली से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई कर रहे थे.

‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक वकील राकेश किशोर ने कहा, ”मुझे एक दैवीय शक्ति ने ऐसा करने के लिए कहा था. यह अच्छा होता कि मैं जेल चला गया होता, मेरा परिवार मेरे इस काम से खुश नहीं है. वे समझ नहीं पा रहे हैं.”  राकेश किशोर ने कहा कि उन्हें अपने इस कृत्य का कोई पछतावा नहीं है.

बार काउंसिल ने राकेश किशोर को किया निलंबित

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) बी. आर. गवई की ओर कथित रूप से जूता फेंकने का प्रयास करने के मामले में आरोपी वकील राकेश किशोर को सोमवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. यह घटना सोमवार (6 अक्टूबर) सुबह करीब 11:35 बजे हुई. 71 साल के वकील राकेश किशोर ने चीफ जस्टिस गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की. सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी वकील को तुरंत हिरासत में ले लिया.

बीसीआई के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा की ओर से जारी अंतरिम निलंबन आदेश में कहा गया है कि आरोपी का यह आचरण अदालत की गरिमा के प्रतिकूल है और अधिवक्ताओं की आचार संहिता तथा अधिवक्ता अधिनियम, 1961 के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है.

किसी भी अदालत में पेश नहीं हो सकेंगे राकेश किशोर

बीसीआई ने यह भी कहा कि निलंबन की अवधि में आरोपी वकील किसी भी न्यायालय, प्राधिकरण या अधिकरण में पेश नहीं हो सकेंगे और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी.

इनपुट – पीटीआई



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