नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को मिला एयरोड्रोम लाइसेंस, संचालन की ओर बढ़ा बड़ा कदम
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (NMIA) ने सोमवार (29 सितंबर, 2025) को अपनी यात्रा का एक बड़ा मील का पत्थर हासिल कर लिया. सामान्य नागरिक उड्डयन निदेशालय (DGCA) ने एयरपोर्ट को एयरोड्रोम लाइसेंस प्रदान किया है. यह लाइसेंस कड़े सुरक्षा और नियामकीय मानकों को पूरा करने के बाद दिया जाता है और किसी भी हवाई अड्डे के संचालन शुरू करने से पहले इसकी आवश्यकता होती है.
एयरोड्रोम लाइसेंस मिलना इस बात का संकेत है कि NMIA अब अपने संचालन की दिशा में अंतिम तैयारियों की ओर बढ़ रहा है. हवाई अड्डा प्रबंधन का कहना है कि यह कदम क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संपर्क को और सशक्त बनाएगा और मुंबई महानगर क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा.
नवी मुंबई एयरपोर्ट के संचालन से यात्रियों को फायदा
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण देश के सबसे महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक है. मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (CSMIA) पहले से ही देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और यहां लगातार यात्री संख्या बढ़ रही है. ऐसे में नवी मुंबई एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना मुंबई और महाराष्ट्र दोनों के लिए गेमचेंजर साबित होगा.
लॉजिस्टिक व कार्गो क्षेत्र को भी नई गति
विशेषज्ञों का मानना है कि NMIA के शुरू होने से एयर ट्रैफिक का दबाव कम होगा, यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और लॉजिस्टिक व कार्गो क्षेत्र को भी नई गति मिलेगी. इसके अलावा यह एयरपोर्ट नवी मुंबई और आसपास के इलाकों के आर्थिक विकास को भी तेजी देगा.
एयरोड्रोम लाइसेंस प्राप्त होने के साथ ही अब NMIA दुनिया से सीधे जुड़ने वाले एक आधुनिक द्वार के रूप में स्थापित होने के करीब पहुंच गया है. आने वाले समय में यह हवाई अड्डा न केवल महाराष्ट्र, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय बनेगा.
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