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बंदूकों से लेकर गार्ड तक गिनती में बराबर, ट्रंप-पुतिन की अलास्का समिट के लिए हुए ये खास इंतजाम


रूस-यूक्रेन युद्ध की समाप्त करने को लेकर विशेष चर्चा के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शुक्रवार (15 अगस्त, 2025) को संयुक्त राज्य अमेरिका के एक राज्य अलास्का में होने वाली है. दोनों सुपर पावर देशों के राष्ट्रपतियों के बीच होने वाला यह शिखर सम्मेलन कई मायनों में बेहद खास है. इस शिखर सम्मेलन से दुनिया के एक हिस्से में तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध समाप्ति की ओर बढ़ सकता है.

दो सुपर पावर देशों के राष्ट्रपतियों के बीच होने वाली मुलाकात को लेकर दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां भी अपनी पूरी तैयारी में जुटीं है. यह बात जगजाहिर है कि अमेरिका और रूस एक-दूसरे के कट्टर विरोधी के तौर पर जाने जाते हैं. लेकिन, ट्रंप और पुतिन के बीच होने वाली इस मुलाकात के लिए अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और रूसी सुरक्षा एजेंसी के बीच शरीर के बदले शरीर और बंदूक के बदले बंदूक की नीति का इस्तेमाल किया जा रहा है.

अलास्का के सबसे बड़े सैन्य अड्डे पर होगी ट्रंप और पुतिन की मुलाकात

ट्रंप और पुतिन के बीच यह शिखर सम्मेलन अलास्का के एंकोरेज स्थित सबसे बड़े सैन्य अड्डे, जॉइंट बेस एलमेंडॉर्फ-रिचर्डसन में होगा. यह बेस, जो रूस से 1,000 मील से भी कम दूरी पर स्थित है.

इस मुलाकात के बारे में अलास्का के गवर्नर और रिपब्लिकन नेता माइक डनलीवी ने गुरुवार (14 अगस्त, 2025) को ब्लूमबर्ग टेलीविजन पर जानकारी दी. उन्होंने कहा, “भले ही एंकोरेज ने पहले पोप और पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की मेजबानी की है, लेकिन यह शिखर सम्मेलन शहर में होने वाली सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है. इस योजना का बड़ा हिस्सा विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल से तय हो रहा है.”

होटल, कैब सब हुए फुल बुक

अलास्का में ट्रंप और पुतिन की मुलाकात से पहले ही पूरे इलाके के होटल, गेस्ट हाउस और कैब सर्विसेज पर हाउस फुल का बोर्ड लग गया है. इतना ही नहीं, अलास्का में आंशिक तौर से फ्लाइट पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.

दोनों राष्ट्रपतियों की मुलाकात के लिए क्या किए जा रहे विशेष इंतजाम

वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक में पारस्परिक नियमों के तहत, एक नेता को दी गई हर सुविधा दूसरे को भी समान रूप से देनी होगी. पुतिन की नजदीकी सुरक्षा रूसी बलों के हाथ में होगी, जबकि सीक्रेट सर्विस बाहरी घेरे की सुरक्षा संभालेगी.

  • कोई भी पक्ष दूसरे के दरवाजे नहीं खोलेगा और न ही दूसरे के गाड़ियों में सवार होगा.
  • अगर सम्मेलन होने वाले कमरे के बाहर 10 अमेरिकी एजेंट तैनात होंगे, तो दूसरी तरफ 10 रूसी एजेंट भी तैनात होंगे.
  • इसके अलावा, यह समानता अराइवल मोटरकेड से लेकर सम्मेलन कमरे में ट्रांसलेटर्स की बैठने की व्यवस्था तक कायम रहेगी. दोनों पक्ष अपने-अपने भाषा एक्सपर्ट्स की टीम साथ लाएंगे.
  • यहां तक कि दोनों नेताओं के इंतजार करने वाले कमरों की संख्या और उनके आकार भी एक समान रखे जाने को लेकर बातचीत चल रही है.

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