भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए धर्मेंद्र प्रधान को बनाया प्रभारी, बंगाल-तमिलनाडु के लिए किसे मिली जिम्मेदारी?
बिहार चुनाव की तारीखों का अभी तक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी पार्टियां पूरी तरह से तैयारी में जुट गई हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार (25 सितंबर) को बड़ी घोषणा की. भाजपा ने बिहार और पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए प्रभारी की घोषणा कर दी है. पार्टी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए बिहार चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को भी अहम जिम्मेदारी मिली है.
भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए सीआर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्या को सह प्रभारी नियुक्त किया है. वहीं बंगाल चुनाव में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की भूमिका अहम होगी. उन्हें प्रभारी नियुक्त किया गया है. जबकि विप्लव देव को सह प्रभारी बनाया गया है. तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए वैजयंत जयपांडा को चुनाव प्रभारी और मुरलीधर माहोल को चुनाव सह प्रभारी बनाया गया.
एनडीए के लिए अहम साबित हो सकते हैं धर्मेंद्र प्रधान
इस बार बिहार चुनाव एनडीए और महागठबंधन के बीच होगा. धर्मेंद्र प्रधान की बात करें तो वे कई मौकों पर पार्टी की अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. उन्हें उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में बड़ी चुनावी जिम्मेदारी मिल चुकी है. धर्मेंद्र प्रधान का रणनीतिक कौशल और संगठनात्मक क्षमता बिहार में एनडीए के लिए कारगर साबित हो सकता है. वे ओडिशा से आते हैं और अच्छी रणनीतिक समझ रखते हैं.
क्या बंगाल में भूपेंद्र यादव खिला पाएंगे कमल
पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां तृणमूल कांग्रेस की मजबूत पकड़ है. टीएमसी के किले को हिलाना किसी भी पार्टी के लिए आसान नहीं होगा. ऐसे में भाजपा को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से बड़ी उम्मीद होगी. भूपेंद्र यादव के पास अच्छा संगठनात्मक अनुभव है. बंगाल में 2026 में चुनाव होना है. लिहाजा उन्हें तैयारी का वक्त भी मिल जाएगा.
भाजपा ने तमिलनाडु के लिए ओडिशा से सांसद बैजयंत पांडा को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है. तमिलनाडु में भी 2026 में चुनाव होंगे. भाजपा अगले साल होने वाले चुनाव से पहले DMK-AIADMK के साथ गठबंधन की संभावनाओं पर काम कर सकती है.