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भारत के खिलाफ PAK का ‘जिहाद-ए-अक्सा’, जैश-हिजबुल के बाद अब लश्कर ने अफगान सीमा पर बनाया नया ट्रेनिंग कैंप



पिछले हफ्ते एबीपी न्यूज पर खुलासा किया गया था कि कैसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तानी पंजाब में ट्रेनिंग कैम्प ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त होने के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन अब अफगानिस्तान सीमा के पास खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में अपने नए ट्रेनिंग कैम्प स्थापित कर रहे हैं और पुराने कैंपों का विस्तार कर रहे हैं. 

इसी कड़ी में एबीपी न्यूज को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि जैश और हिजबुल मुजाहिदीन के अलावा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा भी ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त ट्रेनिंग सेंटरों की भरपाई करने के लिए खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में नया ट्रेनिंग सेंटर बना रहा है.

यहां बन रहा लश्कर-ए-तैयबा का नया ट्रेनिंग कैंप

एबीपी न्यूज के हाथ लगी एक्सक्लूसिव तस्वीरो में सामने आया है कि पाकिस्तानी सेना और सरकार के प्रायोजित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा अफगानिस्तान सीमा से महज 47 किलोमीटर दूर खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के लोवर डिर जिले के कुम्बन मैदान इलाके में मरकज जिहाद-ए अक्सा नाम का आतंकियों की ट्रेनिंग और रहने के लिए एक नया सेंटर बना रहा है. 

इस नए ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण लश्कर-ए-तैयबा ने ऑपरेशन सिंदूर के 2 महीने बाद जुलाई से शुरू किया था और सेंटर की पहली मंजिल का ढांचा खड़ा हो गया और उस पर आरसीसी छत बनाने का काम चल रहा है. नए आतंकी सेंटर का निर्माण लश्कर-ए-तैयबा पहले से मौजूद अपने नवनिर्मित मस्जिद जामिया अहले सुन्नाह के ठीक बगल में खाली पड़ी जमीन पर कर रहा है, जिसकी पुष्टि सैटेलाइट तस्वीरो से भी हुई है. 

भारत के खिलाफ PAK का 'जिहाद-ए-अक्सा', जैश-हिजबुल के बाद अब लश्कर ने अफगान सीमा पर बनाया नया ट्रेनिंग कैंप

लश्कर कमांडर के हाथ ट्रेनिंग सेंटर के संचालन का जिम्मा

इसके साथ ही सूत्रों के मुताबिक, इस ट्रेनिंग कैम्प में लश्कर ए तैयबा के दो प्रमुख ट्रेनिंग प्रोग्राम दौरा-ए-खास और दौरा-लश्कर चलाए जाएंगे. ट्रेनिंग सेंटर के संचालन की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ने अपने प्रमुख कमांडरों में से एक नसर जावेद को दी है, जो भारत में 2006 में हैदराबाद में हुए ब्लास्ट का संयुक्त मास्टरमाइंड है.

इसके अलावा सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों को जिहाद का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी लश्कर ए तैयबा ने मोहम्मद यासिन उर्फ बिलाल को दी है और आतंकियों की ट्रेनिंग का सारा काम लश्कर कमांडर अनसुल्लाह खान को दिया गया है, जिसने 2016 में लश्कर के गढ़ी हबीबुल्लाह ट्रेनिंग कैम्प से आतंक की ट्रेनिंग हासिल की थी. 

खैबर पख्तूनख्वाह का ये इलाका आतंक का बड़ अड्डा

सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक, लश्कर ए खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में निर्माणाधीन ट्रेनिंग सेंटर जिहाद-ए-अक्सा की जिम्मेदारी जिस नसर जावेद को दी गई है, वो साल 2004 से 2015 तक लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित दुलाई ट्रेनिंग कैम्प का संचालन कर चुका है और अभी लश्कर की आतंक के लिए चंदा इकट्ठा करने वाली शाखा खिदमत ए खलक के साथ जुड़ा हुआ है, जो प्रतिबंधित फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन का बदला हुआ नाम है.

खैबर पख्तूनख्वाह का लोवर डिर इलाका पिछले 2 दशकों से आतंक का बड़ा एपिसेंटर रहा है, जहां पर ऐतिहासिक रूप से भारत विरोधी आतंकी संगठन अल बद्र और तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के ट्रेनिंग कैम्प अभी भी मौजूद है, लेकिन अब ऑपरेशन सिंदूर के बाद बदले हुए हालात में पहले आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के इसी लोवर डिर के मैदान बंड़ाई इलाके में आतंकी कैम्प के निर्माण की तस्वीर सामने आई, जिसके बाद अब लश्कर ए तैयबा के भी निर्माणाधीन आतंक के ट्रेनिंग सेंटर की तस्वीर इसी लोवर डिर से सामने आई है.

भारत के खिलाफ PAK का 'जिहाद-ए-अक्सा', जैश-हिजबुल के बाद अब लश्कर ने अफगान सीमा पर बनाया नया ट्रेनिंग कैंप

नवनिर्मित मस्जिद के पास नया ट्रेनिंग कैंप

सूत्रों के मुताबिक, लश्कर ए तैयबा का मस्जिद की आड़ में आतंक के ट्रेनिंग कैम्प संचालन करने का इतिहास पुराना है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए लश्कर ए तैयबा पहले से मौजूद अपनी नवनिर्मित मस्जिद जामिया अहले सुन्नत के पास ट्रेनिंग कैम्प बना रहा है, ताकि मस्जिद की आड़ में उसके आतंक का कारोबार चलता रहे. 

सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर से बचने के लिए जैश, हिजबुल और लश्कर नए ट्रेनिंग सेंटर भारतीय सीमा की जगह खैबर पख्तूनख्वाह में एक साथ या तो बना रहे हैं या फिर निर्मित कर रहे हैं, उससे इस बात की बड़ी संभावना है कि इस पटकथा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के स्पेशल ऑपरेशन डायरेक्टोरेट से लिखी गई हो.

ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा का 3 ट्रेनिंग सैंटर ध्वस्त

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के कुल 3 ट्रेनिंग सेंटर और मुरीदके स्थित हेडक्वार्टर ध्वस्त कर दिए थे, जिसमें 2 ट्रेनिंग कैम्प गुलपुर कोटली और श्वाई नाला मुजफ्फराबाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सीमा के पास थे. साथ ही भिंबर-बरनाला स्थित एक ट्रेनिंग सेंटर और मुरीदके स्थित हेडक्वार्टर पाकिस्तानी पंजाब में भारतीय सीमा के पास था. 

सूत्रों के मुताबिक, ध्वस्त हुए तीनों ट्रेनिंग सेंटर की कमी को पूरा करने के लिए लश्कर ए तैयबा लोवर डिर में 4 हजार 643 स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में मरकज जिहाद ए अक्सा के निर्माण के अलावा खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में बने अपने दो और मरकज ए खैबर गढ़ी हबीबुल्लाह और बटरासी स्थित आतंक के कैंपों को विस्तार देने की योजना बना रहा है और जल्द ही इनके विस्तार का काम भी शुरू हो जाएगा.

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