भारत में तैयार होगा स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट AMCA का इंजन! इस ‘दोस्त’ देश के साथ चल रही बातचीत
भारत स्वदेशी रूप से अपनी वायुसेना के लिए पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को विकसित करने में जुटा है. भारत और फ्रांस के बीच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (GTRE) और फ्रांसीसी जेट इंजन कंपनी सफ्रान एस. ए. (Safran S. A.) के जॉइंट प्रोजेक्ट को मंजूरी देने को लेकर बातचीत चल रही थी. इस बीच इस बातचीत में एक बड़ी प्रगति हुई है. जिसके तहत यह कहा जा रहा है कि अब AMCA प्रोजेक्ट के लिए इंजन स्वदेशी रूप से भारत में ही विकसित किया जाएगा. हालांकि, AMCA प्रोजेक्ट के लिए अमेरिका की कंपनी जीई इंजन तैयार करने वाली थी, लेकिन अब इस काम के लिए भारत का मित्र देश फ्रांस पूरी तरह से तैयार हो गया है.
12 सालों में फाइटर जेट इंजन के तैयार होंगे 9 प्रोटोटाइप
इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से स्वदेशी रूप से फाइटर जेट के लिए इंजन विकसित करने का आह्वान किया था. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी भारत में स्वदेशी फाइटर जेट के लिए स्वदेशी तौर पर इंजन विकासित करने की बात पर जोर दे चुके हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस की सफ्रान और भारत की GTRE संयुक्त रूप से 12 सालों में फाइटर जेट इंजन के 9 प्रोटोटाइप विकसित करेंगे.
फ्रांस DRDO को करेगा टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
रिपोर्ट के मुताबिक, सफ्रान और GTRE शुरुआत में संयुक्त रूप से 120 केएन पावर की क्षमता के जेट इंजन तैयार करेंगे और 12 सालों में अंदर यह क्षमता 140 केएन पावर तक बढ़ाई जाएगी. यह सभी फाइटर जेट इंजन भारत में स्वदेशी रूप से ही विकसित किए जाएंगे और इसके लिए सफ्रान DRDO को फाइटर जेट इंजन विकसित करने की 100 परसेंट टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेगी. हालांकि, इसमें एक खास बात और है कि स्वदेशी तौर पर तैयार किए जाने के बाद इन फाइटर जेट इंजनों के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स भारत के पास ही रहेंगे.
दो सालों से फ्रांस के साथ चल रही है बातचीत
स्टील्थ फाइटर जेट के इंजन को लेकर इस तरह के समझौते के लिए फ्रांस और DRDO के बीच पिछले दो सालों में बातचीत हो रही है, लेकिन इस बातचीत को लेकर सरकार अब ज्यादा ही सक्रिय हो गई है. ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है कि इस समझौते को लेकर शीर्ष नेतृत्व से जल्दी ही इसे हरी झंडी दिखा दी जाएगी.
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