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ये हैं दुनिया के सबसे खतरनाक ड्रोन, ऐसी टेक्नोलॉजी जिससे छूट जाते हैं दुश्मन के पसीने


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Most Dangerous Drones: 21वीं सदी की सबसे घातक और स्मार्ट सैन्य तकनीकों में ड्रोन यानी मानव रहित हवाई वाहन (UAV) का नाम सबसे ऊपर आता है. आधुनिक युद्धों में ड्रोन अब सैनिकों की जगह नहीं, बल्कि उनके साथ खड़े होकर दुश्मन को मात देने का काम कर रहे हैं. इनकी खासियत है बिना पायलट के दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला करना. आज दुनिया के कई देशों ने ऐसे खतरनाक ड्रोन विकसित कर लिए हैं जो न केवल दुश्मन की सीमा में घुस सकते हैं बल्कि मिनटों में पूरे बेस को तबाह करने की ताकत रखते हैं. आइए जानते हैं दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक और एडवांस्ड ड्रोन के बारे में जिनसे दुश्मनों के पसीने छूट जाते हैं.

MQ-9 Reaper (अमेरिका)

अमेरिका का MQ-9 Reaper दुनिया का सबसे प्रसिद्ध और घातक कॉम्बैट ड्रोन माना जाता है. इसे डेथ फ्रॉम एबव यानी ‘आसमान से मौत’ भी कहा जाता है. यह ड्रोन 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है और इसकी रेंज लगभग 1,800 किलोमीटर तक है. इसमें लेजर-गाइडेड बम, हेलफायर मिसाइल और स्मार्ट बम लगाए जा सकते हैं. MQ-9 Reaper की मदद से अमेरिका ने कई आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं.

Bayraktar TB2 (तुर्की)

तुर्की का Bayraktar TB2 ड्रोन हाल के वर्षों में चर्चा में रहा है खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान. यह मीडियम अल्टीट्यूड और लॉन्ग एंड्योरेंस वाला ड्रोन है जो 27 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है. इसमें हाई-डेफिनिशन कैमरा और स्मार्ट माइक्रो मिसाइल्स लगी होती हैं जो लक्ष्य को कुछ सेकंड में खत्म कर देती हैं. इसकी खासियत है कि यह बेहद सस्ता और ऑपरेशन में आसान है जिससे छोटे देश भी इसे खरीद सकते हैं.

Wing Loong II (चीन)

चीन का Wing Loong II ड्रोन तकनीकी रूप से अमेरिका के Reaper जैसा ही है. यह ड्रोन निगरानी और हमला दोनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसकी रेंज 4,000 किलोमीटर से अधिक है और यह 12 तक मिसाइलें ले जा सकता है. चीन इसे न केवल अपने लिए बल्कि कई एशियाई और अफ्रीकी देशों को भी बेच चुका है जिससे यह वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो गया है.

Heron TP (इजराइल)

इजराइल का Heron TP ड्रोन निगरानी और जासूसी मिशनों में माहिर है. यह ड्रोन 36 घंटे तक लगातार उड़ सकता है और 1 टन से ज्यादा हथियार ले जा सकता है. इसमें अत्याधुनिक सेंसर और रडार सिस्टम लगे हैं जो इसे दुश्मन की हर हलचल पर नजर रखने में सक्षम बनाते हैं. भारतीय वायुसेना भी इस ड्रोन का इस्तेमाल करती है.

KUB-BLA (रूस)

रूस का KUB-BLA सुसाइड ड्रोन कहलाता है. यह खुद को विस्फोटक बनाकर लक्ष्य पर गिरा देता है और भारी तबाही मचा देता है. इसका साइज छोटा होता है जिससे इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है. रूस ने इस ड्रोन का इस्तेमाल कई बार युद्ध क्षेत्रों में किया है जिससे यह “फ्लाइंग बम” के नाम से भी जाना जाता है.

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