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रूस के बाद अब इस देश में आया भयंकर भूकंप, मच गई अफरातफरी; रिक्टर स्केल पर 6.3 थी तीव्रता


इंडोनेशिया के पापुआ क्षेत्र में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई है. इस भूकंप ने स्थानीय लोगों में दहशत मचा दी, लेकिन सुनामी का खतरा नहीं है और अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं आई है.

भूकंप का केंद्र और ताकत
भारतीय राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से 39 किलोमीटर नीचे था. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, यह भूकंप पापुआ के अबेपुरा शहर से लगभग 193 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में आया.

सुनामी का कोई खतरा नहीं
भूकंप के बाद अधिकारियों ने कहा है कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है. फिलहाल किसी के घायल होने या किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है. इंडोनेशिया में इससे पहले 7 अगस्त को भी 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र जमीन से 106 किलोमीटर नीचे था.

इंडोनेशिया का भूकंप क्षेत्र होना
इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है, जहां टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं. इसी कारण यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं.

पहले के विनाशकारी भूकंप
जनवरी 2021 में सुलावेसी में 6.2 तीव्रता के भूकंप में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे. 2018 में सुलावेसी के पालु में 7.5 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में 2200 से ज्यादा लोग मारे गए थे. 2004 में आचे प्रांत में आए 9.1 तीव्रता के भूकंप और सुनामी में 1,70,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे.

क्यों आता है भूकंप?
भूकंप की घटना तब होती है, जब पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद टेक्टोनिक प्लेटें टकराती, फिसलती हैं. इन प्लेटों के बीच जमा तनाव अचानक मुक्त होता है, जिससे जमीन में कंपन पैदा होता है, जिसे भूकंप कहते हैं. भूकंप का केंद्र यानी फोकस वह जगह होती है जहां से कंपन शुरू होती है और जमीन की सतह पर सबसे ज्यादा असर एपिसेंटर पर होता है. विशेषकर “रिंग ऑफ फायर” जैसे क्षेत्रों में टेक्टोनिक प्लेटें ज्यादा सक्रिय होती हैं, इसलिए वहां भूकंप अक्सर आते हैं.



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