‘वो इसलिए दादागिरी कर पा रहे हैं क्योंकि…’, ट्रंप के टैरिफ को लेकर क्या बोले नितिन गडकरी?

अमेरिका द्वारा भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने के फैसले के बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि आज की दुनिया में जो देश आर्थिक रूप से मजबूत और तकनीकी रूप से सक्षम हैं, वही दबदबा बना रहे हैं. उन्होंने भारत के लिए निर्यात बढ़ाने और आयात घटाने को अनिवार्य बताया.
अमेरिका के टैरिफ फैसले के बीच गडकरी का बयान
अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने का एलान किया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है. इसी बीच नितिन गडकरी ने कहा कि दुनिया में जो देश ‘दादागिरी’ कर रहे हैं, वे ऐसा इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि उनके पास आर्थिक ताकत और उन्नत तकनीक है.
भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर
नागपुर के विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (VNIT) में एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा कि भारत को ‘विश्वगुरु’ बनने के लिए निर्यात बढ़ाना और आयात कम करना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमारे निर्यात और अर्थव्यवस्था की दर बढ़ती है, तो हमें किसी के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.’’
तकनीक और ज्ञान है असली ताकत
गडकरी ने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और ज्ञान ही समस्याओं का समाधान हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की संस्कृति हमें दूसरों पर धौंस जमाने के बजाय ‘विश्व कल्याण’ सिखाती है.
नितिन गडकरी का यह बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए भारत से होने वाले आयात पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने का एलान किया. ट्रंप ने इस बढ़ोतरी का कारण राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति से जुड़ी चिंताएं और अन्य प्रासंगिक व्यापारिक कानून बताए. उनका दावा है कि रूस से भारत का तेल आयात, चाहे प्रत्यक्ष हो या अप्रत्यक्ष, अमेरिका के लिए एक “असामान्य और असाधारण खतरा” पैदा करता है.
ट्रंप की टैरिफ घोषणाओं पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. साथ ही मंत्रालय ने रूस से तेल आयात पर भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के संयुक्त राज्य अमेरिका के कदम को “अनुचित, अनुचित और अविवेकपूर्ण” करार दिया.