‘वो बिजनेसमैन हैं, दुनिया को अमेरिका से…’, डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को बताया कागजी शेर तो भड़का क्रेमलिन
संयुक्त राष्ट्र के मंच से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल और गैस खरीदने को लेकर भारत-चीन के साथ-साथ नाटो को भी निशाना साधा. इसके एक दिन बाद बुधवार (24 सितंबर 2025) को रूस ने डोनाल्ड ट्रंप पर पलटवार करते हुए उन्हें बिजनेसमैन करार दिया. क्रेमलिन ने कहा कि ट्रंप एक व्यवसायी है, जो दुनिया को महंगे दाम पर अमेरिकी तेल और गैस खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
रूसी तेल खरीदने को लेकर ट्रंप का आरोप
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए मंगलवार (23 सितंबर 2025) को ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर रूस यूक्रेन में युद्ध समाप्त नहीं करता है तो उस पर नए और कड़े टैरिफ लगाए जाएंगे. उन्होंने यूरोपीय देशों से भी रूस के खिलाफ इस तरह का एक्शन लेने का आग्रह किया. ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर इस युद्ध को फंडिंग करने वाले मुख्य देश हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोपीय देशों को भी युद्ध रोकने की मुहिम में हमारे साथ आना चाहिए. यूरोपीय देश अभी भी रूस से एनर्जी खरीद रहा है. इसे लेकर ट्रंप ने कहा, “वे रूस से तेल और गैस खरीद रहे हैं जबकि वे रूस से लड़ रहे हैं. यह उनके लिए शर्मनाक है.“
‘रूस कागजी शेर नहीं, बल्कि भालू हैं’
क्रेमलिन ने यह भी कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन विवाद को सुलझाने में मदद करने की ट्रंप की इच्छा की बहुत प्रशंसा करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से रूस को कागजी शेर बताए जाने पर भी क्रेमलिन ने जवाब दिया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, “रूस कागजी शेर नहीं, बल्कि भालू हैं और कागजी भालू कहीं नहीं होता.“
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (23 सितंबर 2025) को सोशल ट्रूथ पर पोस्ट कर कहा, “साढ़े तीन साल से रूस बिना किसी उद्देश्य से यूक्रेन से लड़ रहा है और यह रूस को कागजी शेर जैसा बना रहा है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन यूरोपीय समर्थन से अपना खोया हुआ इलाका वापस ले सकता है और अमेरिका नाटो को हथियार देता रहेगा.” इस पर क्रेमलिन ने कहा कि रूसी सेना तेजी से यूक्रेन में आगे बढ़ रही है.
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