सिंगापुर से स्विट्जरलैंड तक, ये हैं दुनिया के 10 सबसे सफल कैपिटलिज्म देश जो हैं टूरिस्ट की पहली पसंद

सिंगापुर को इस लिस्ट में 89.7 स्कोर मिला है. वहीं इसी स्कोर के साथ सिंगापुर को दुनिया का सबसे सफल कैपिटल लिस्ट देश माना जाता है. यहां के खुले बाजार, मजबूत कानून और बिजनेस फ्रेंडली माहौल ने सिंगापुर को इस लिस्ट में टॉप पर पहुंचाया है . इसके अलावा सिंगापुर में टैक्स कम है, सिस्टम क्लीन है और करप्शन लगभग न के बराबर है, जिसकी वजह से सिंगापुर ट्रैवलर्स के लिए एकदम परफेक्ट जगह मानी जाती है. इसके अलावा यहां ट्रैवलर साफ सुथरी सड़के, शानदार पब्लिक ट्रांसपोर्ट और हाई एंड शॉपिंग का भी मजा उठा सकते हैं.

इस लिस्ट में न्यूजीलैंड को 89.9 स्कोर मिला है. इस स्कोर के साथ न्यूजीलैंड में आर्थिक आजादी और सामाजिक संतुलन का सही मेल देखने को मिलता है. दरअसल ब्यूरोक्रेसी, खुले बाजार और पारदर्शी सिस्टम की वजह से न्यूजीलैंड न सिर्फ कारोबार के लिए बल्कि यात्रियों के लिए भी बहुत सुविधाजनक माना जाता है.

वहीं ऑस्ट्रेलिया भी इस लिस्ट में शामिल है. ऑस्ट्रेलिया की आर्थिक अर्थव्यवस्था, आजादी और नवाचार पर चलती है. यहां का प्राइवेट सेक्टर देश की तरक्की की रीढ़ माना जाता है. वहीं टूरिस्ट को यहां शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर, प्रोफेशनल सर्विस और आसान डिजिटल सुविधा मिलती है, जिससे यह ट्रैवल और भी आरामदायक हो जाता है.

इसके अलावा स्विट्जरलैंड को प्रिसिजन कैपिटलिज्म का सबसे बड़ा उदाहरण माना जाता है. यहां की बैंकिंग व्यवस्था और मजबूत इकॉनमी इसे खास बनाती है. ट्रैवल्स के लिए स्विट्जरलैंड लग्जरी और सुकून का परफेक्ट डेस्टिनेशन माना जाता है.

कभी खेती और किसानी पर निर्भर रहने वाला आयरलैंड अब टेक्नोलॉजी का बड़ा हब बन चुका है. यहां के ओपन बिजनेस माहौल और लो टैक्स सिस्टम ने इस ग्लोबल कंपनियों का पसंदीदा देश बना दिया है. ऐसे में ट्रैवलर्स के लिए भी आयरलैंड बेहतर कनेक्टिविटी, एनर्जेटिक नाइटलाइफ और इनोवेशन से चलने वाला टूरिज्म सेक्टर बन चुका है.

ब्रेक्जिट के बाद भी ब्रिटेन दुनिया की सबसे बड़ी फाइनेंशियल ताकत बना हुआ है. यहां खुले बाजार और कामकाज के नियम इसे बिजनेस और टूरिज्म दोनों के लिए आकर्षक बनाते हैं. लंदन में आज भी सैकड़ों साल पुराना ट्रेडिंग कल्चर और आधुनिक फिनटेक इंडस्ट्री साथ-साथ दिखाई देती है.

इनके अलावा ताईवान टेक्नोलॉजी और मार्केट फ्रीडम का सबसे अच्छा कॉन्बिनेशन माना जाता है. यह एशिया का सेमीकंडक्टर हब है और इसकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. ट्रैवलर्स को ताइवान में साफ सुथरी सड़कों नाइट मार्केट और तेज दरार डिजिटल सिस्टम के खास एक्सपीरियंस मिलते हैं.

वहीं छोटा देश होने के बावजूद एस्टोनिया डिजिटल केपीटलाइज्म का बड़ा नाम है यहां लगभग हर सरकारी सेवा ऑनलाइन है. इसके अलावा ट्रैवलर्स के लिए यहां की सबसे बड़ी खूबी हर जगह का फ्री वाई-फाई, टेक सिस्टम और टेक्नोलॉजी से लैस माहौल है.

कनाडा ने भी ओपन मार्केट और सोशल वेलफेयर के बीच अच्छा माहौल बनाया हुआ है. ट्रैवल्स को यहां का आसान पेमेंट सिस्टम, ऑर्गेनाइज टूरिज्म और हाई क्वालिटी सर्विसेज बहुत पसंद आती है.

वहीं जर्मनी अपनी इंडस्ट्रियल क्वालिटी और खाली मार्केट पॉलिसी के लिए जाना जाता है. यहां की Mittelstand कंपनियां छोटे पैमाने पर भी शानदार काम करती हैं. वहीं ट्रैवलर्स के लिए यहां की ट्रेन व्यवस्था पुराने होटल और अनुशासन से भरे माहौल ट्रैवलिंग में काफी मददगार होते हैं.
Published at : 05 Nov 2025 10:07 AM (IST)

