Asia Cup 2025 IND vs PAK: बस…निकल गई हवा! BCCI से टकराया PCB तो होगा 141 करोड़ का नुकसान, जानिए क्यों एशिया कप बॉयकॉट करने की सोचेगा भी नहीं
Asia Cup 2025 IND vs PAK: एशिया कप 2025 में भारत से करारी हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पूरे टूर्नामेंट से हटने की धमकी दी थी. मैच रेफरी पर सवाल उठाते हुए PCB ने कहा था कि भारत-पाकिस्तान मुकाबले में कप्तानों को हाथ मिलाने से रोका गया, जो क्रिकेट की भावना के खिलाफ है. उसने कहा था कि मैच रैफरी को हटाया जाए नहीं तो वो एशिया कप से बाहर हो जाएगा. अब हकीकत सामने आ रही है कि PCB इस धमकी को हकीकत में बदलने की हिम्मत नहीं जुटा सकता है. वजह है लगभग 12 से 16 मिलियन डॉलर (करीब 105 से 141 करोड़ रुपये) का नुकसान, जो उन्हें बाहर होने पर उठाना पड़ेगा.
धमकी से पीछे हटा PCB
PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी और उनकी टीम ने आईसीसी से रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी. पाकिस्तान ने साफ कह दिया था कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वे एशिया कप से हट जाएंगे, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने यह मांग खारिज कर दी है. ऐसे में अब पाकिस्तान बोर्ड के पास पीछे हटने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है.
पैसों की मार, PCB की बोलती बंद
पीटीआई की रिपोर्ट्स के मुताबिक PCB का वार्षिक बजट लगभग 227 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है. ऐसे में 16 मिलियन डॉलर का नुकसान सीधे-सीधे उनकी सालाना कमाई का लगभग 7 प्रतिशत होगा. पाकिस्तान पहले ही आर्थिक संकट और क्रिकेट में घटती लोकप्रियता से जूझ रहा है, ऐसे में यह घाटा बोर्ड के लिए बड़ा झटका होता.
ब्रॉडकास्टिंग राइट्स पर भी पड़ता असर
अगर PCB सच में एशिया कप से बाहर हो जाता, तो प्रसारक सोनी स्पोर्ट्स उन्हें सहमत राशि का भुगतान करने से इंकार कर सकता था. साथ ही एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) की बैठकों में भी PCB सवालों के घेरे में आ जाता और अन्य सदस्य भी उनके हिस्से पर आपत्ति जता सकते थे. यह पीसीबी के लिए और बड़ी मुसीबत साबित हो जाती.
नकवी के लिए इज्जत और मजबूरी
PCB अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी दोहरी चुनौती में फंस गए हैं. एक ओर उन्हें देश में अपनी इज्जत बचानी थी, दूसरी ओर करोड़ों रुपये का घाटा झेलने से बचना था. आखिरकार, उन्होंने धमकी देने की रणनीति अपनाई, लेकिन टूर्नामेंट से हटने का फैसला वापस लेना पड़ा.
अब आगे क्या?
खबर है कि पायक्रॉफ्ट बुधवार को पाकिस्तान और UAE के बीच मुकाबले में भी रेफरी की भूमिका निभाएंगे. यानी PCB की धमकी सिर्फ बयानबाजी बनकर रह गई है. साफ है कि आर्थिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली किरकिरी के डर ने पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है. कुल मिलाकर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जो धमकी दी थी, वो महज “शोर मचाने” तक ही सीमित रह गई.