Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में कितनी पार्टियां लड़ रही हैं चुनाव, किन सीटों पर कड़ी टक्कर? देखें पूरी लिस्ट
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 121 सीटों पर बुधवार (6 नवंबर 2025) को वोटिंग होनी है. पहले फेज में 18 जिलों की 121 सीटों पर 1314 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, जिसमें 122 महिला प्रत्याशी हैं. पहले फेज के चुनाव में ही नीतीश सरकार के 16 मंत्रियों की अग्निपरीक्षा होनी है.
कितने उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत
चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के 243 विधानसभा सीट पर कुल 2,616 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. इसमें से करीब 838 उम्मीदवारों (32 फीसदी) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं. करीब 695 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इन उम्मीदवारों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं.
पहले चरण की जिन 121 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उसमें सबसे ज्यादा सीटें आरजेडी ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी के खाते में 32 सीटें गई थी. इसके अलावा माले के 7, वीआईपी के चार, सीपीआई और सीपीएम के दो-दो और जेडीयू से एक विधायक जीते थे.
बिहार में कितनी पार्टियां लड़ रही हैं चुनाव?
बिहार चुनाव में इस बार एनडीए की ओर से बीजेपी, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) चुनावी मैदान में है. महागठबंधन की बात करें तो आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, सीपीआई (एमएल), सीपीआई, सीपीआईएम के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
इसके अलावा मायावती की पार्टी बीएसपी, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा, तेज प्रताप की पार्टी जनशक्ति जनता दल, चंद्रशेखर की पार्टी आजाद समाज पार्टी कांशीराम, प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी चुनावी मैदान में है.
किन-किन के बीच कड़ा मुकाबला?
बिहार के मोकामा को इस बार के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक हॉट सीट माना जा रहा है. दुलारचंद यादव की हत्या के बाद से पूरे देश की नजर इस सीट पर बनी हुई है. दुलारचंद के आरोप में जेडीयू नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया है. जिसके केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने यहां अनंत सिंह के लिए प्रचार का जिम्मा संभाला और लोगों से वोट मांगे. इस सीट से आरजेडी ने पूर्वी सांसद और बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को टिकट दिया है, जिस वजह से यहां कांटे की टक्कट हो सकती है.
लखीसराय सीट पर कांटे की टक्कर
इसके अलावा लखीसराय सीट पर कांटे की टक्कर की उम्मीद है. यहां से विजय कुमार सिन्हा चार बार विधायक रह चुके हैं और फिलहाल वे बिहार के डिप्टी सीएम हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के अमरेश कुमार और जन सुराज पार्टी के सूरज कुमार से है. रघुनाथपुर सीट भी सुर्खियों में है, जहां दिवंगत बाहुबली नेता मोहम्मद शाहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शाहाब चुनावी मैदान में हैं.यहां एनडीए की ओर से जदयू के विकास कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं.
बिहार चुनाव में इस बार 10 सीटों पर पारा चरम है. तारापुर विधानसभा सीट पर सम्राट चौधरी की अग्निपरीक्षा होगी. यहां उनकी आरजेडी उम्मीदवार अरुण कुमार साह के साथ सीधी टक्कर मानी जा रही है. राघोपुर में तेजस्वी यादव के सामने हैट्रिक लगाने की चुनौती होगी. उनके सामने एनडीए की तरफ से सतीश यादव होंगे. काराकाट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह चुनाव लड़ रही हैं. यह सीट शुरू से चर्चा का विषय बना हुआ है.
गोपालगंज की भोरे सीट से ट्रांसजेंडर महिला प्रीति किन्नर जन सुराज पार्टी से चुनाव लड़ रही हैं. यहां जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष धनंजय का मुकाबला शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से है. अलीनगर सीट से लोकगायिका मैथिली ठाकुर के सामने आरजेडी के विनोद मिश्रा चुनावी मैदान में हैं. ये माना जा रहा है कि दोनों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है.
छपरा और महुआ की सीट पर सबकी नजर
छपरा से भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां उनका मुकाबला बीजेपी की छोटी कुमारी से है. महुआ विधानसभा सीट शुरू से ही लालू परिवार के लिए नाक की लड़ाई बन गया है. यहां से तेज प्रताप यादव चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने आरजेडी के विधायक मुकेश रोशन हैं. तेजस्वी यादव मुकेश रोशन का प्रचार करने के लिए महुआ भी आ चुके हैं.
इन बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर
पहले चरण में मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना और भोजपुर जिलों में मतदान होना है. इनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और तेजस्वी यादव की किस्मत भी दांव होगी. इसके अलावा लोकगायिका मैथिली ठाकुर, शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव, पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब, परसा से पूर्व सीएम दारोगा राय की पोती करिश्मा राय के भाग्य का फैसला भी 6 नवंबर को होना है.
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है. हालांकि कई क्षेत्रों में जन सुराज और एआईएमआईएम के प्रत्याशी भी पूरा जोर लगा रहे हैं.

