Chanakya Niti: इन 4 संकेतों से पहचानें, कौन उठा रहा है आपकी अच्छाई का फायदा!
Chanakya Niti: भारत के महान आचार्य चाणक्य न सिर्फ राजनीति और अर्थशास्त्र के ज्ञाता थे, बल्कि वे मानव स्वभाव को समझने में भी माहिर थे. उनकी ‘चाणक्य नीति’ में कही बातें आज भी जीवन में सफलता और सही दिशा दिखाने का सूत्र मानी जाती हैं.
चाणक्य ने अपने उपदेशों में यह भी बताया कि कुछ लोग दूसरों की अच्छाई या दया का गलत फायदा उठाते हैं. ऐसे लोगों से सावधान रहना और खुद को बचाना बहुत जरूरी है. चाणक्य कहते हैं कि अति सर्वत्र वर्जयेत्, यानी किसी भी चीज की अति हानिकारक होती है.
अगर आप जरूरत से ज्यादा अच्छे बन जाते हैं, तो लोग आपको हल्के में लेने लगते हैं. वे सोचते हैं कि वे आपको किसी भी तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए अच्छा बनना गलत नहीं, लेकिन हर किसी के साथ अच्छा होना भी जरूरी नहीं. आपकी अच्छाई आपकी ताकत होनी चाहिए, कमजोरी नहीं.
पहचानें कौन आपका फायदा उठा रहा है
चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग सिर्फ जरूरत पड़ने पर आपको याद करते हैं. वे आपके सच्चे मित्र नहीं, बल्कि स्वार्थी लोग हैं. ऐसे लोग आपकी भावनाओं का सम्मान नहीं करते. इसलिए उनसे जितनी जल्दी हो सके, दूरी बना लेना ही समझदारी है.
चाणक्य कहते हैं कि जब कोई आपके अच्छे व्यवहार की कद्र न करे, तो उससे दूरी बना लें. इससे आपका मन शांत रहता है और आत्मविश्वास भी बढ़ता है. . आचार्य चाणक्य कहते हैं हर रिश्ता निभाना जरूरी नहीं होता, खासकर वह जो आपको नुकसान पहुंचाए.
हर समय उपलब्ध रहना ठीक
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति हर समय उपलब्ध रहता है, वह दूसरों के लिए आसान निशाना बन जाता है. अगर कोई बार-बार आपसे मदद मांग रहा है और आप हर बार तैयार हो जाते हैं, तो यह आपकी कमजोरी बन जाती है. इसलिए सही समय पर “ना” कहना सीखिए. इससे आप अपनी सीमाएं तय कर पाएंगे और लोग भी आपके आत्मसम्मान की कद्र करना सीखेंगे.
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