ED की बड़ी कार्रवाई! अंसल प्रॉपर्टीज पर कसा शिकंजा,10.55 करोड़ की प्रोपर्टी अटैच, जानें क्यों हुआ एक्शन
ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (APIL) और उसके प्रमोटर्स की करीब 10.55 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच कर दी हैं. ये संपत्तियां गुरुग्राम (हरियाणा), ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) और लुधियाना (पंजाब) में स्थित हैं. ED की ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है, जो वॉटर (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ पॉल्यूशन) एक्ट, 1974 और एयर (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ पॉल्यूशन) एक्ट, 1981 के उल्लंघन से जुड़ा है.
ED ने जिन 6 संपत्तियों को अटैच किया है, वे कंपनी के डायरेक्टर/शेयरहोल्डर्स के नाम पर हैं. इनमें सुशील अंसल, प्रणव अंसल एंड सन (HUF) और कुसुम अंसल शामिल हैं. अटैच की गई संपत्तियों में ज्यादातर कमर्शियल यूनिट्स और स्पेस हैं. हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (HSPCB) ने पहले ही APIL के खिलाफ केस दर्ज किया था. आरोप है कि कंपनी ने गुरुग्राम के अपने दो बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स सुशांत लोक-1 और एसेंसिया में पर्यावरण के नियमों की अनदेखी की.
ED के जांच में बड़ा खुलासा
ED के जांच में सामने आया कि सुशांत लोक-1 प्रोजेक्ट में कंपनी ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) लगाया ही नहीं. एसेंशियल प्रोजेक्ट में जो STP लगाया गया था, वो बहुत छोटी क्षमता का था और बाद में पूरी तरह बंद कर दिया गया. इस वजह से untreated सीवेज पानी सीधे HUDA की सीवर लाइन से गुजारा गया. ED ने कहा कि अंसल प्रॉपर्टीज ने गंदे पानी का ट्रीटमेंट न करके पब्लिक हेल्थ और एनवायरनमेंट को नुकसान पहुंचाया, लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने प्रॉफिट कमाना जारी रखा.
कंपनी के प्रमोटर्स को करीब 10.55 करोड़ रुपये का फायदा
ED के मुताबिक, इस लापरवाही और गैरकानूनी काम से कंपनी और उसके प्रमोटर्स को करीब 10.55 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. यही रकम प्रोसीड्स ऑफ क्राइम यानी अपराध से कमाई हुई रकम मानी गई है.ED ने कहा है कि मामले में आगे की जांच जारी है.
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