Guru Nanak Dev Prakash Parv: पाकिस्तान गए भारतीय सिख, अटारी वाघा बॉर्डर से जत्था रवाना, जानें क्यों
ननकाना साहिब में गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाने के लिए जयकारों की गूंज के बीच एसजीपीसी दफ्तर से पाकिस्तान के लिए सिख श्रद्धालुओं का जत्था आज मंगलवार (4 नवंबर) को रवाना हुआ. बता दें कि ये जत्था अटारी वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाएगा.
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के नेतृत्व में यह जत्था पाकिस्तान के ननकाना साहिब में कल (5 नवंबर) को गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाएगा. सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान के गुरुद्वारों के दर्शन करके 13 नवंबर को भारत वापस लौटेगा.
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह ने क्या कहा ?
जत्थे का नेतृत्व कर रहे अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने सभी को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हर सिख रोज अरदास करता है कि बिछड़े हुए गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने है तो जाने वाले श्रद्धालुओं की आज वह अरदास पूरी होने जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे जत्थे लगातार जाते रहने चाहिए और पाकिस्तान की सरकार को करतारपुर साहिब को दोबारा संगत के दर्शन के लिए खोलना चाहिए.
जत्थे की अगुवाई एसजीपीसी सदस्य बीबी गुरिंदर कौर कर रही हैं, जबकि सरदार गुरमीत सिंह बूहे जत्थे के डिप्टी लीडर के रूप में साथ जा रहे हैं. इस जत्थे के साथ अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज भी जा रहे हैं, जो संगत की अगुवाई करेंगे.
एसजीपीसी कार्यालय में विशेष समारोह आयोजित
जत्थे के साथ जा रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि वह सौभाग्यशाली है कि पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए जा रहे हैं. इसके लिए उनके पास शब्द नहीं हैं कि वो कैसे बयां करें कि गुरु नानक देव जी के जन्म स्थान पर उनका प्रकाश पर्व मनाने जा रहे हैं. जत्थे के रवाना होने से पहले एसजीपीसी कार्यालय में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया, जहां जत्थे की अगुवाई करने वाले नेताओं का सम्मान किया गया. संगतों ने कहा कि उनके मन में अत्यधिक उत्साह है, क्योंकि वे पहली बार पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन करने जा रहे हैं.
इनपुट (गगनदीप सिंह)
ये भी पढ़ें

