Islam religion: मुस्लिम लोग किसी काम करने से पहले बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम क्यों पढ़ते हैं?
Islam religion: मुस्लिम लोग किसी भी काम को शुरू करने से पहले बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ते हैं, क्योंकि यह अल्लाह के नाम पर मदद और आशीर्वाद मांगने का एक तरीका है, जो काम की सफलता सुनिश्चित करता है और नुकसान से बचाता है.
यह एक हदीस से भी जुड़ा है, जो बताता है कि अल्लाह के स्मरण के बिना कोई भी काम अधूरा है.
मुस्लिम किसी भी काम को करने से पहले बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ते हैं क्योंकि यह अल्लाह को धन्यवाद देने, उनका अनुग्रह और आशीर्वाद पाने, शैतानी रुकावटों से बचने और अपने इरादों को अल्लाह के लिए शुद्ध करने का एक तरीका है.
बिस्मिल्लाह रहमान रहीम पढ़ने से क्या होता है?
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ने से अल्लाह की रहमत और बरकत प्राप्त होती है, जिससे काम में सफलता मिलती है, शैतानी ताकतों से बचाव होता है और मन को शांति मिलती है. हर अच्छे काम की शुरुआत अल्लाह के नाम से होती है, और इसे पढ़ने से कार्य पूर्ण और सार्थक बनता है.
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ने से खाने-पीने, घर में प्रवेश करने और कपड़े उतारने जैसे हर काम में बरकत और सुरक्षा सुनिश्चित करता है.
हर काम को शुरु करने से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ने के कारण
अल्लाह से मदद और आशीर्वाद मांगना
यह अल्लाह के नाम पर किसी भी कार्य को शुरू करने का एक तरीका है, जिससे उस कार्य में सफलता और सुरक्षा मिलती है.
अल्लाह के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना
यह अल्लाह की महानता और कृपा का सम्मान करने और अपना आभार व्यक्त करने का एक तरीका है.
शैतान की रुकावटों से बचना
कुरान के अनुसार, जो व्यक्ति किसी काम को शुरू करने से पहले अल्लाह का नाम नहीं लेता, शैतान उसके साथ उस काम में लग जाता है. बिस्मिल्लाह कहने से शैतान की दखलअंदाजी से बचा जाता है.
नियत को शुद्ध करना
यह अल्लाह के लिए अपने इरादों को नवीनीकृत करने और यह स्पष्ट करने का एक अवसर है कि यह कार्य केवल अल्लाह के लिए किया जा रहा है.
सभी काम अल्लाह के लिए हैं: बिस्मिल्लाह कहने से स्वयं को याद दिलाया जाता है कि आपकी हर रोजी, आपका भविष्य और आपकी हर चीज सिर्फ अल्लाह के पास है.
दैनिक जीवन में इसका अभ्यास
यह कुरान में सिखाया गया एक तरीका है और पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने स्वयं भी अपने सभी कार्यों की शुरुआत अल्लाह के नाम से करने को कहा है.
धार्मिक महत्व
बिस्मिल्लाह को कुरान का निचोड़ माना जाता है और इसे हर महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से पहले पढ़ा जाना चाहिए.
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