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Makeup Tips: मेकअप हटाने बिना तो नहीं सो जाती हैं आप? चेहरे पर ऐसा होता है असर



Skin Damage due to Makeup: कभी-कभी थकान की वजह से महिलाएं रात को मेकअप हटाए बिना ही सो जाती हैं. उन्हें लगता है कि एक रात में कुछ नहीं बिगड़ेगा. यह सोचना गलत है. नई रिसर्च और डॉक्टरों की मानें तो मेकअप लगाकर सोने से चेहरे की स्किन को काफी नुकसान होता है. इससे मुंहासे, झुर्रियां, जलन और यहां तक कि आंखों में परेशानी तक हो सकती है. डॉक्टर कहते हैं कि अगर यह आदत लंबे समय तक कायम रहती है तो स्किन को बूढ़ा कर देती है. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है और इससे चेहरे पर क्या असर पड़ता है? 

क्या कहती है नई रिसर्च?

‘जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी’ में 2025 के दौरान प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, मेकअप हटाए बिना सोने वाली महिलाओं में मुंहासों की समस्या 40 पर्सेंट ज्यादा होती है. दरअसल, इस रिसर्च में 500 महिलाओं पर स्टडी की गई थी, जिनमें से 250 महिलाओं ने कभी-कभी मेकअप लगाकर सोना शुरू किया. सिर्फ तीन महीने में उनके चेहरे पर पोर्स बंद हो गए, जिससे मुंहासे फूट पड़े. बता दें कि फाउंडेशन और आई मेकअप जैसे प्रॉडक्ट स्किन के सांस लेने वाले नैचुरल छिद्रों को ब्लॉक कर देते हैं. रात में स्किन खुद को रिपेयर करती है, लेकिन मेकअप की परत इस प्रोसेस को रोक देती है.

स्किन पर पड़ता है ऐसा असर

‘अमेरिकन अकैडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी की ओर से 2024 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, मेकअप में मौजूद केमिकल्स स्किन को डिहाइड्रेट कर देते हैं. इससे स्किन को टाइट रखने वाला कोलेजन कम बनता है, जिससे झुर्रियां जल्दी दिखने लगती हैं. इसका असर 30 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में तेजी से होता है. रिसर्च में पाया गया कि जो महिलाएं हफ्ते में दो बार भी ऐसा करती हैं, उनकी स्किन 5 साल पहले बूढ़ी दिखने लगती है. आंखों के आसपास का इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित होता है, क्योंकि वहां की स्किन सबसे पतली होती है. बता दें कि आईलाइनर या मस्कारा लगाकर सोने से कंजंक्टिवाइटिस जैसी आंखों की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.

डॉक्टरों से जानें यह कितना खतरनाक?

मुंबई में सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. संजय कपूर के मुताबिक, मेकअप हटाए बिना सोना स्किन के लिए जहर की तरह है. फाउंडेशन के पार्टिकल्स पोर्स में घुस जाते हैं और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. अगर आप रात को मेकअप न हटाएं तो सुबह चेहरा थका-थका और बेजान लगता है. 15 साल से स्किन प्रॉब्लम्स पर रिसर्च कर रहे डॉ. कपूर ने बताया कि युवा लड़कियां अक्सर यह गलती करती हैं, जिसका असर 40 की उम्र के बाद दिखने लगता है.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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