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TMC में ऑल इज नॉट वेल! कल्याण बनर्जी ने फिर बोला महुआ मोइत्रा पर हमला, कहा- वो समय की बर्बादी हैं


पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) को एक और बार झटका लगा है. शनिवार (09 अगस्त, 2025) को लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा को ‘बेहद घटिया स्तर’ और ‘समय की बर्बादी’ बताया. यह बयान दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद को और बढ़ा सकता है. उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा की वजह से वे कई पार्टी सहयोगियों की नजर में ‘बुरे व्यक्ति’ बन गए हैं और अब वे उन्हें समय या ध्यान देने लायक नहीं समझते.

‘गलती थी, जो उन्हें ध्यान दिया’
कल्याण बनर्जी ने कहा, ‘वह (महुआ मोइत्रा) मेरे विषय की नहीं हैं. वह बेहद घटिया स्तर की हैं. उनके बारे में चर्चा करने का कोई मतलब नहीं. उनकी वजह से मैं कई लोगों के लिए बुरा बन गया. यह समय और ऊर्जा की बर्बादी थी. उन्हें ध्यान देना मेरी गलती थी.’

उन्होंने एक जूनियर वकील का भी आभार जताया, जिसने मौजूदा विवाद पर उन्हें संदेश भेजा था. उन्होंने कहा, ‘मेरे एक जूनियर वकील भाई हैं. उन्होंने मुझे मैसेज किया. उससे मुझे प्रेरणा मिली और एहसास हुआ कि महुआ मोइत्रा अब मेरे लिए कोई विषय नहीं हैं. अब मुझे बहुत काम करना है.’

महुआ मोइत्रा की कोई प्रतिक्रिया नहीं
महुआ मोइत्रा की ओर से इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच कई बार टकराव हो चुका है, जिससे पार्टी नेतृत्व को असहजता झेलनी पड़ी है. दोनों ने एक-दूसरे पर बदतमीजी और सभ्य संवाद के मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है.

ममता बनर्जी पर दिए बयान पर अफसोस
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कल्याण बनर्जी ने पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ दिए गए बयानों पर भी दुख जताया. उन्होंने कहा, ‘मैंने दीदी के खिलाफ भी बोला है. मुझे लगता है कि यह नहीं कहना ही बेहतर होता.’ रक्षाबंधन के मौके पर मुख्यमंत्री से बातचीत के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘दीदी ने मुझे आशीर्वाद दिया. एक बार नहीं, बल्कि तीन बार.’

चीफ व्हिप पद से इस्तीफा
4 जुलाई को कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में तृणमूल के चीफ व्हिप पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सांसदों के बीच समन्वय की कमी के लिए उन्हें अनुचित रूप से दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि कुछ सांसद तो शायद ही संसद आते हों. भावुक अंदाज में उन्होंने कहा था कि एक साथी सांसद (संकेत महुआ मोइत्रा की ओर) द्वारा उनके ऊपर किए गए ‘अपमान’ पर पार्टी की चुप्पी से वह बेहद आहत हुए हैं.

ममता की बैठक के बाद बढ़ा विवाद
इस्तीफा देने का फैसला ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई पार्टी सांसदों की वर्चुअल बैठक के कुछ घंटों बाद आया, जिसमें उन्होंने पार्टी के संसदीय विंग में कमजोर समन्वय पर नाराजगी जताई थी. हालांकि, कल्याण बनर्जी का कहना है कि उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया, लेकिन करीबी सूत्रों का कहना है कि महुआ मोइत्रा और क्रिकेटर से नेता बने सांसद कीर्ति आजाद के साथ महीनों चले तनाव के बाद वे खुद को बलि का बकरा समझ रहे थे.



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