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World Muslim Leaders: दुनिया में बढ़ रहा मुस्लिम राजनेताओं का प्रभाव! अमेरिका-यूरोप समेत कनाडा तक जलवा



मौजूदा वक्त में अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन और कनाडा में मुस्लिम नेताओं का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. इसका सबसे ताजा उदाहरण जोहरान ममदानी हैं, जिन्होंने न्यूयॉर्क के मेयर पद के चुनाव में शानदार जीत हासिल की. उन्होंने जीत के बाद संबोधन में कहा कि भविष्य हमारे हाथ में है. हमने एक राजनीतिक वंश को उखाड़ फेंका है. जोहरान ममदानी के पहले कई ऐसे मुस्लिम नेता रहे हैं, जिन्होंने न सिर्फ अमेरिका बल्कि यूरोप, ब्रिटेन और कनाडा में भी अपनी छाप छोड़ी है.

दुनिया के अन्य हिस्सों में मौजूद मुस्लिम नेताओं की बात करें तो इल्हान उमर, रशीदा तलैब, सादिक खान और यासर नकवी जैसे मुस्लिम नेताओं ने अपनी अलग पहचान बनाई है. इनकी वजह से बहुसांस्कृतिक लोकतंत्रों में अब मुस्लिम समुदाय की भागीदारी और योगदान पहले से कहीं अधिक मजबूत हो रही है.

अमेरिका में मुस्लिम महिला ने बनाया इतिहास

इल्हान उमर एक सोमाली-अमेरिकी राजनीतिज्ञ हैं, जो 2019 से मिनेसोटा के 5वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य हैं. वह अमेरिकी कांग्रेस में चुनी जाने वाली पहली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक हैं (दूसरी हैं रशीदा तलैब) और साथ ही पहली सोमाली-अमेरिकी विधायक भी हैं. इल्हान उमर भारत के खिलाफ बयानबाजी करने की वजह से सुर्खियों में रहती है.

सामाजिक न्याय की मजबूत आवाज

रशीदा तलैब मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से सांसद हैं. वह भी इल्हान उमर के साथ अमेरिकी कांग्रेस में चुनी जाने वाली पहली दो मुस्लिम महिलाओं में शामिल हैं. रशीदा तलैब डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य हैं और अपनी बेबाक शैली और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर स्पष्ट रुख के लिए जानी जाती हैं. वह गरीबी, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलती हैं और अल्पसंख्यक समुदायों की आवाज बन चुकी हैं.

लंदन के पहले मुस्लिम मेयर

सादिक खान 2016 से लंदन के मेयर के रूप में कार्यरत हैं. वह यूनाइटेड किंगडम के इतिहास में पहले मुस्लिम मेयर हैं और लेबर पार्टी के प्रमुख नेता माने जाते हैं. सादिक खान ने लंदन को एक वैश्विक, विविध और समावेशी शहर के रूप में स्थापित किया है. उनकी नीतियों में पर्यावरण संरक्षण, सार्वजनिक परिवहन सुधार और समान अवसरों को बढ़ावा देना शामिल है. उनका प्रभाव न केवल यूके बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जाता है.

यूरोप में मुस्लिम नेताओं की बढ़ती मौजूदगी

फ्रांस और यूरोप के अन्य देशों में भी मुस्लिम राजनेता धीरे-धीरे अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं. आम्या बूपे फ्रांस में एक उभरती हुई मुस्लिम राजनीतिक हस्ती हैं, हालांकि वहां अभी भी राष्ट्रीय स्तर पर मुस्लिम सांसदों की संख्या सीमित है. यूरोपीय संसद में भी मुस्लिम नेताओं ने अपनी पहचान बनाई है जैसे कि साजिद करीम और सैयद कमाल, जो यूनाइटेड किंगडम से यूरोपीय संसद के सदस्य रह चुके हैं. इन नेताओं ने धर्मनिरपेक्षता और विविधता को राजनीतिक विमर्श में मजबूत किया है.

कनाडा में मुस्लिम प्रतिनिधित्व का विस्तार

यासर नकवी, कनाडा की लिबरल पार्टी के एक प्रमुख नेता हैं. वे ओटावा सेंटर से संसद सदस्य हैं और ओंटारियो के पूर्व अटॉर्नी जनरल भी रह चुके हैं. उनकी नीतियां समानता, आप्रवासन सुधार और सामाजिक कल्याण पर केंद्रित हैं. 2025 के कनाडाई चुनावों में 13 मुस्लिम सांसदों का चुना जाना देश में मुस्लिम राजनीतिक प्रतिनिधित्व के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है.

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